-
494
छात्र -
375
छात्राएं -
34
कर्मचारीशैक्षिक: 31
गैर-शैक्षिक: 3
परिकल्पना
- के. वि. सं. उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अपने छात्रों को ज्ञान/मूल्य प्रदान करने और उनकी प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता का पोषण करने में विश्वास रखता है।
उद्देश्य
- शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है।
- स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने और गति निर्धारित करने के लिए।
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) आदि जैसे अन्य निकायों के सहयोग से शिक्षा में प्रयोग और नवाचारों को शुरू करना और बढ़ावा देना।
- राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना और बच्चों में “भारतीयता” की भावना पैदा करना।

विद्यालय के बारे में
उत्पत्ति
पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय डूँगरपुर सन् 2007 में नए बस स्टैंड के पास स्थित डाइट भवन में कक्षा I से V तक के 80 छात्रों के साथ अस्थायी रूप से शुरू हुआ। बाद में 2016 में, स्कूल पातेला के पास अपने नवनिर्मित आधुनिक भवन में स्थानांतरित हो गया। स्कूल का नया भवन पातेला, डूँगरपुर में मुरला गणेश मंदिर के पास स्थित है। स्कूल बस स्टैंड, डूंगरपुर से 05 किलोमीटर और रेलवे स्टेशन से 07 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ....
विद्यालय के दृष्टिकोण के बारे में
के. वि. सं. उच्च गुणवत्ता वाले शैक्षिक प्रयासों के माध्यम से उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अपने छात्रों को ज्ञान/मूल्य प्रदान करने और उनकी प्रतिभा, उत्साह और रचनात्मकता का पोषण करने में विश्वास रखता है साथ ही शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है तथा स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने और गति निर्धारित करना ....
विद्यालय के उद्देश्य के बारे में
शिक्षा का एक सामान्य कार्यक्रम प्रदान करके रक्षा और अर्ध-सैन्य कर्मियों सहित स्थानांतरणीय केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना है तथा स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने और गति निर्धारित करना तथा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) आदि जैसे अन्य निकायों के सहयोग से शिक्षा में प्रयोग और नवाचारों को शुरू करना और बढ़ावा देना ....
संदेश
श्री विकास गुप्ता, भा. प्र. से., आयुक्त
संजीत कुमार
उपायुक्त
विज्ञान एवं तकनीक के वर्तमान परिवेश में केन्द्रीय विद्यालय संगठन अपनी गरिमामय उपस्थिति दर्शा रहा है। उसकी यह निरंतरता व्यक्तित्व के बहुआयामी विकास का मार्ग प्रशस्त कर उसे समग्रता की ओर उन्मुख करती है। केन्द्रीय विद्यालयों की शिक्षा उदारता से अनुप्राणित, ज्ञान की गहराई, चरित्र की संस्कृति एवं व्यक्तित्व की पूर्णता का अद्भुत सम्मिश्रण है। केन्द्रीय विद्यालयों ने विद्यार्थियों हेतु विविध क्षेत्रों में अपनी क्षमताएं एवं उत्कृष्टता साबित करने हेतु अनेकानेक अवसर प्रदान करने में अग्रणी पहल की है। विद्यार्थी इन विविध गतिविधियों के माध्यम से स्वयं को अभिव्यक्त कर आत्मविश्वास से सराबोर रहता है। केन्द्रीय विद्यालय संगठन के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपनी सकारात्मक सोच, अप्रतिम कर्तव्यनिष्ठता, आस्था एवं लगन से प्रत्येक कार्य को तन्मयता से कर अपनी कर्म निष्ठता का परिचय देते हैं साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे घटनाक्रम की नवीनतम तकनीक से भी अद्यतन रहते हैं। पल पल बदलते विशिष्ट क्षेत्रों को शिक्षा जगत से जोड़ना और अपने विद्यार्थियों को ज्ञानार्जन के अनेकानेक सोपानो पर आरोहण करना व लक्ष्य प्राप्ति हेतु सतत प्रयास करना हमारा उद्देश्य है। मैं हृदय के अंतः स्थल से जयपुर संभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न विद्यालयों के प्राचार्यों, शैक्षिक एवं गैर शैक्षिक कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों के सतत प्रयासों के लिए साधुवाद देता हूँ जो प्रत्येक क्रियाकलाप को आगे बढ़ाने में अपनी महत्ती भूमिका निभा रहे हैं। आपके सहयोग से यह प्रयास अवश्य सफलीभूत होगा तथा सही दिशा में अवस्थित हो सकेगा ऐसा मेरा विश्वास है। ईश्वर हमें शक्ति दे कि हम अपनी एकनिष्ठता व सार्थक ऊष्मा से आप्लावित हो समाज को श्रेष्ठतम दे सकें। “कर्म का वाहन जहाँ तक चल सके साधना में लीन हो गाते रहो प्राण का दीपक जहाँ तक जल सके विश्व में आलोक फैलाते रहो” जय हिन्द श्री संजीत कुमार के. वि. सं., जयपुर संभाग
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लक्ष्मण सिंह
प्राचार्य
के.वि. डूंगरपुर परिवार में आपका स्वागत करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। "इस दौरान हमने न केवल शिक्षा में अपने अनुभव के परिमाण के आधार पर एक विरासत बनाई और कायम रखी है, बल्कि इसलिए भी कि हम लगातार नवाचार और अन्वेषण को अपनाते हैं।“ हम गहराई से मानते हैं कि बेहतर दुनिया के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एक आवश्यक शर्त हैऔर हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं कि हमारे स्कूल आपके बच्चों की सभी जरूरतों को अच्छी तरह से सुसज्जित, अच्छी तरह से संसाधनयुक्त और अच्छी तरह से पूरा करें, जो गुणवत्ता के लिए आवश्यक हैं। हम ऐसे कार्यक्रमों की पेशकश करने की अपनी प्रतिबद्धता पर गर्व करते हैं जो अनुसंधान और सर्वोत्तम अभ्यास के साथ-साथ हमारे सक्षम संकाय के ज्ञान और अनुभव के साथ काम करते हैं।हमारा लक्ष्य सभी बच्चों के लिए एक प्रासंगिक, आकर्षक और चुनौतीपूर्ण शैक्षिक अनुभव बनाना है। हमारा पूरा स्टाफ एक ऐसा स्कूल वातावरण स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है जो छात्रों को सभी स्तरों पर फलने-फूलने और बढ़ने की अनुमति देता है, इस बीच वे अपने सीखने के अनुभवों का आनंद ले सकते हैं। जय भारत, जय हिन्द. धन्यवाद।
और पढ़ेंअद्यतनीकरण
- श्री विकास गुप्ता (आईएएस) के केन्द्रीय विद्यालय संगठन के आयुक्त के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के संदर्भ में
- श्री विकास गुप्ता (आईएएस) के केन्द्रीय विद्यालय संगठन के आयुक्त के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के संदर्भ में
- श्री समाज बसंतराव जोगलेकर, उपायुक्त, रांची संभाग में कार्यभार ग्रहण करने के संबंध में कार्यालय आदेश।
- श्री समाज बसंतराव जोगलेकर, उपायुक्त, रांची संभाग में कार्यभार ग्रहण करने के संबंध में कार्यालय आदेश।
- केन्द्रीय विद्यालय संगठन के आवासीय परिसर स्थित आवासों को नियत अवधि से अधिक समय तक अपने आधिपत्य में रखने के संबंध में दिशा-निर्देश ।
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उपलब्धियाँ
शिक्षक
विद्यार्थी
नवप्रवर्तन
उत्तक्रष्टता प्रमाण पत्र
30/04/2024
पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय डूंगरपुर के स्नातकोत्तर शिक्षक कंप्यूटर साइंस श्री ओमेश पालीवाल माननीय प्राचार्य महोदय से पारितोषिक प्राप्त करते हुए |
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सीबीएसई बोर्ड परीक्षा कक्षा 10 वी एवं 12 वी
10वीं कक्षा
12वीं कक्षा
विद्यालय का परीक्षा परिणाम
सत्र 2020-21
प्रविष्ट 38 उत्तीर्ण 38
सत्र 2021-22
प्रविष्ट 40 उत्तीर्ण 38
सत्र 2022-23
प्रविष्ट 36 उत्तीर्ण 36
सत्र 2023-24
प्रविष्ट 36 उत्तीर्ण 35
सत्र 2024-25
प्रविष्ट 31 उत्तीर्ण 30
सत्र 2020-21
प्रविष्ट 51 उत्तीर्ण 51
सत्र 2021-22
प्रविष्ट 42 उत्तीर्ण 39
सत्र 2022-23
प्रविष्ट 39 उत्तीर्ण 37
सत्र 2023-24
प्रविष्ट 27 उत्तीर्ण 27
सत्र 2024-25
प्रविष्ट 36 उत्तीर्ण 36